समाज और भोजशाला के लिए 6 माह जेल काटी, बचपन से देश और समाज के लिए जिया-यादव

समाज और भोजशाला के लिए 6 माह जेल काटी, बचपन से देश और समाज के लिए जिया
निर्दलीय प्रत्याशी राजीव यादव ने कार्यकर्ता सम्मेलन में की युवाओं से बात, धार ग्रामीण में किया जनसंपर्क!

धार। बचपन से मैं देश और समाज के लिए जिया हूं। 6 माह जेल काटी है, सिर्फ समाज के लिए, भोजशाला के लिए। मैहर से पैदल चलकर ज्योति लेकर आए और धार में स्थापित की। ताकि मां के गौरव की स्थापना की जा सके। जिन संघर्षों के वक्त बाबा धारनाथ का छबिना निकालने से सब लोगों ने मना कर दिया था। कोरोना के वक्त मैं निकलकर आया था और मैंने प्रशासन से सीधी बात की थी कि ये बाबा धारनाथ का छबिना किसी भी किमत पर रूकेगा नहीं। अगर रोका गया तो धार में भूचाल आएगा और इसका जिम्मेदार आप होंगे।

यह बात धार विधानसभा से राष्ट्रवादी विचारधारा लेकर उतरे स्वतंत्र प्रत्याशी राजीव यादव ने स्थानीय मातेश्वरी गार्डन में गुरुवार देर रात कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। इस सम्मेलन में पूर्व विधायक करणसिंह पंवार, मीसाबंदी अनंत अग्रवाल, भोज उत्सव समिति महामंत्री हेमंत दौराया, श्याम मालवा, प्रशांत ठाकरे, दीपक पंवार मंचासीन थे। सम्मेलन में बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ताओं की सहभागिता रही। इसमें राष्ट्रवादी प्रत्याशी यादव ने माचिस के चुनाव चिह्न पर मतदान करने की अपील युवाओं से की। यादव के अलावा अन्य मंचासीन नेताओं ने भी अपने विचार रखें और बदलाव का नारा देते हुए राजीव यादव के पक्ष में जन समर्थन मांगा। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे थे।
धार ग्रामीण क्षेत्र में किया जनसंपर्क
राष्ट्रवादी प्रत्याशी राजीव यादव ने शुक्रवार को धार के ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क किया। यादव के जनसंपर्क की शुरूआत जैतपुरा से हुई, जो जामंदा, दौलतपुरा, कड़ोलाखुर्द, कुंदरसी, आप्सीखेड़ी, छड़ोदा, कोटभिड़ौता, बग्गड़, एकलदुना, लोहारी, लेबड़गांव, नैकपुर, किलौली, रोंगलिया, बड़छापरा, कराडि़या, गयासाबाद, दंगोठा व अहिरखेड़ी समेत आसपास के गांवों में जनसंपर्क किया। इस दौरान लोगों ने यादव का फूलमाली पहनाकर स्वागत किया। यादव ने बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर पक्ष में मतदान करने की अपील की। जैतपुरा में लोगों ने यादव को केले में तौलकर उनका स्वागत किया। जनसंपर्क के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनके साथ जनर आए।